Diwali 2025 : दिवाली, रोशनी का त्योहार, अच्छाई पर बुराई और ज्ञान पर अज्ञान की जीत का प्रतीक है। 18 अक्टूबर 2025 से शुरू होकर पांच दिनों तक मनाया जाने वाला यह पर्व भगवान राम की वापसी और मां लक्ष्मी की कृपा को समर्पित है। मुख्य लक्ष्मी पूजा 20 अक्टूबर को होती है, जिसके लिए खास शुभ समय तय किए गए हैं।
दिवाली भारत और दुनिया भर में रहने वाले भारतीय समुदायों का सबसे बेसब्री से इंतजार किया जाने वाला, जोश और रंगों से भरा त्योहार है। इसे सबसे बड़ा हिंदू त्योहार भी माना जाता है, जो दीयों, रंग-बिरंगी रंगोली, खुशी और साथ होने की भावना से घरों और दिलों को जगमगा देता है। दिवाली का मतलब सिर्फ दीये जलाना नहीं है—यह अंधकार पर प्रकाश, बुराई पर अच्छाई और अज्ञान पर ज्ञान की जीत का प्रतीक है।
Diwali क्यों मनाई जाती है?

लोग दिवाली को अच्छाई की बुराई पर और प्रकाश की अंधकार पर जीत के रूप में मनाते हैं। यह सबसे बड़ा हिंदू पर्व भगवान राम के रावण पर विजय के बाद अपने राज्य में लौटने का सम्मान करता है। जब राम अयोध्या लौटे, तो लोगों ने दीप जलाए और घर सजाए—उनका स्वागत करने और विजय का जश्न मनाने के लिए।
Diwali 2025: 20 या 21 अक्टूबर? | मां लक्ष्मी पूजा सीक्रेट्स | यम दीपक कैसे जलाएं
दिवाली मां लक्ष्मी, यानी संपत्ति और समृद्धि की देवी, को भी समर्पित है। माना जाता है कि दिवाली पर दीप जलाने और घरों की सफाई करने से लक्ष्मी जी पधारती हैं और आने वाले साल के लिए कृपा बरसाती हैं। हर साल त्योहार नजदीक आते ही लोग घर में खुशहाली, सुख और सद्भाव का स्वागत करने की तैयारी शुरू कर देते हैं। दिवाली एक दिन का नहीं, बल्कि कई दिनों तक चलने वाला महापर्व है—हर दिन अपनी खास परंपराओं और अनुष्ठानों के साथ, जो त्योहार को और भी अर्थपूर्ण बनाते हैं। परिवार पहले से ही मिलन-सम्मेलन, खरीदारी, सजावट और पूजा की तैयारी कर लेते हैं।
Diwali 2025 कब है

इस साल, 2025 में, हिंदू चंद्र कैलेंडर के अनुसार दिवाली सोमवार, 20 अक्टूबर को है। यह कार्तिक मास की अमावस्या है, जिसे साल की सबसे अंधेरी रात भी कहा जाता है। यह रात मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा के लिए अत्यंत शुभ मानी जाती है। मुख्य दिवाली पूजा को लक्ष्मी पूजा कहा जाता है, जो शाम के समय होती है—जब घर दीयों से जगमगाते हैं और रंगोली व रोशनी से सजाए जाते हैं।
Diwali 2025 के पांच दिन
दिवाली पांच दिनों तक मनाई जाती है—हर दिन अपनी अलग आध्यात्मिक और सांस्कृतिक अहमियत के साथ।
Day 1: धनतेरस– 18 अक्टूबर
त्योहार की शुरुआत धनतेरस से होती है, जो धन की देवी मां लक्ष्मी और स्वास्थ्य के देवता भगवान धन्वंतरि को समर्पित है। इस दिन नई चीजें—खासकर सोना, चांदी या बर्तन—खरीदना बेहद शुभ माना जाता है। घरों की सफाई और सजावट की जाती है ताकि देवी का स्वागत हो सके।
Day 2: नरक चतुर्दशी / छोटी दिवाली– 19 अक्टूबर
छोटी दिवाली के नाम से भी प्रसिद्ध, यह दिन भगवान कृष्ण द्वारा राक्षस नरकासुर पर विजय की याद में मनाया जाता है। सूर्योदय से पहले तेल स्नान की परंपरा है और कई क्षेत्रों में इसे दीपावली का मुख्य दिन भी माना जाता है। लोग घर के अंदर नालियों/ड्रेन्स के पास दीये जलाते हैं, जो घर की गंदगी को जलाकर शुद्ध करने का प्रतीक है। इसी दिन से दीये जलाना और पटाखे फोड़ना शुरू हो जाता है।
Day 3: दिवाली– 20 अक्टूबर
दिवाली का मूल उत्सव भगवान राम के रावण पर विजय के बाद अयोध्या लौटने का प्रतीक है—अच्छाई की बुराई पर जीत। परिवार शाम के समय लक्ष्मी-गणेश की पूजा करते हैं, घर-घर दीये जलते हैं और सब धन, स्वास्थ्य और सुख-समृद्धि की कामना करते हैं।
Day 4: गोवर्धन पूजा– 22 अक्टूबर
यह दिन उस घटना को समर्पित है जब भगवान कृष्ण ने भारी वर्षा से बचाने के लिए गोवर्धन पर्वत उठाया था। मंदिरों में अन्नकूट के रूप में भोग का भव्य प्रसाद चढ़ाया जाता है। भक्त गायों की पूजा भी करते हैं, जिन्हें पवित्र माना जाता है।
Day 5: भाई दूज– 23 अक्टूबर
यह दिन भाई-बहन के स्नेह को समर्पित है। बहनें अपने भाइयों के माथे पर तिलक लगाकर उनकी लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं, और उपहार व मिठाइयों का आदान-प्रदान होता है। इसी के साथ दिवाली उत्सव का समापन होता है।
Diwali Puja 2025 के मुहूर्त
नीचे दिए विवरण Drik Panchang के अनुसार हैं:
- Amavasya Tithi begins at 3:44 PM on October 20 and ends at 5:54 PM on October 21.
- Pradosh Kaal falls from 5:58 PM to 8:25 PM on the day of Diwali.
- Vrishabha Kaal, considered the most auspicious for Lakshmi Puja, occurs from 7:08 PM to 9:03 PM.
- Lakshmi Puja Muhurat is specifically from 7:08 PM to 8:18 PM, which is the sthir lagna during Vrishabha Kaal and is the ideal time to seek the blessings of wealth and prosperity, it is believed that if pooja rituals are performed during this time then Goddess Laxmi stays in the house.
लोग इन्हीं समयों के भीतर घरों और कार्यस्थलों पर पूजा करते हैं ताकि अवसर की आध्यात्मिक ऊर्जा का अधिकतम लाभ लिया जा सके।
भारत में Diwali 2025 की छुट्टियां
20 अक्टूबर 2025 को भारत के कई राज्यों में सार्वजनिक अवकाश रहेगा, क्योंकि देशभर में दिवाली मनाई जाएगी। इसके अलावा दिल्ली, उत्तर प्रदेश, गुजरात और हरियाणा जैसे राज्य अक्सर गोवर्धन पूजा और भाई दूज तक छुट्टियां बढ़ा देते हैं, ताकि परिवार पूरे हफ्ते भर उत्सव को खुशी से मना सकें। दिवाली सिर्फ घरों को नहीं, बल्कि हर दिल में मिलकर रहने और उम्मीद की रोशनी जला देती है।